किसी के तेज रफ़्तार का शिकार है यूं ही बेवजह नहीं हम लाचार हैं। कीमती तो हमारे अपनों के भी जान है लेकिन इस इंसानी बस्ती में हमारा ना कोई काम है।। चले गए रफ्तार से रौंद हमें अपने घरों में शुकून कि नींद लेने हम तो अब भी वही बाहे फैलाए है मजबूर हो देख रहे, कैसे हमारे अपने हमारा दामन छोड़ रहे है। दुआ और दवा करने को ना बना हमारे लिए को मंदिर ना कोई अस्पताल है शिकायत करे भी तो किसे हमारे इंसाफ के लिए बना कहा कोई कानून है। हां हम बेबस और बेकार है लेकिन फिक्र करते हमारे अपने भी, हमारा भी घर परिवार है।। #drive_carefully #let_them_live #life is precious for every living beings