ये शाम हर रोज़ मुझे तेरी याद दिलाती हैं इन बदलो में भी तेरा ही नशा है हर गली तेरे ही घर का पता बताती है अब तो कोयल भी तेरे ही गीत सुनाती है ना जाने मुझे पे ये कैसा नशा छा रहा है तेरा चारो तरफ बस तेरा ही आसरा नजर आ रहा है! #पागल_प्रेमी #दीवानी_तेरी #