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White सोचना ज़रूर " कभी फुर्सत मिले तो बैठकर "सो

White सोचना ज़रूर "

कभी फुर्सत मिले 
तो बैठकर "सोचना ज़रूर"

बन जाते हैं क्यों अजनबी 
अपने, और अपने चले जाते हैं दूर।

कुछ तो है जन्मों का फेर 
लेकिन, कुछ कुदरत का भी है दस्तूर।

दो तान एक मन हो जाते हैं कैसे,
फुर्सत मिले तो बैठकर "सोचना ज़रूर"।

©Anuj Ray
  #सोचना ज़रूर "
anujray7003

Anuj Ray

Bronze Star
New Creator

#सोचना ज़रूर " #कविता

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