दिल लुटाने के लिए तो कोई अपना होता दर्द में दिल मेरा ऐसे भी न रोया होता पड़ी हूं सोच में क्या रब ने किसी को भेजा है कहाँ वो,पता उसका तो बताया होता हाल सर रख के यूँ शानों पे बयाँ हम करते उनके पहलू में खो कर वक्त बिताया होता दिल का घर मेरा विराना,है ग़मों का डेरा किसी ने इश्क़ की रंगत से,सजाया होता बस दुआ रब से तू करती ही रहे ये 'नेहा' जान बस तुझ पे लुटाने कोई आया होता। ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1122 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ इस महीने दिल खोलकर लिखें। 😊 #कोईअपनाहोता #मुख्यप्रतियोगिता #KKC1122 #YQDIDI #कोराकाग़ज़ #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़