घर तेरे जो तुझको देखने आएगा, सच कहो क्या वो तुझको मेरी तरह भायेगा, कुछ मजबूरियां हैं तुम्हारी मैं जानता हूँ मगर, क्या होकर मजबूरियों में दफन इश्क़ हमारा यूँही रह जायेगा... अक्की चौधरी