क्या समस्या है क्या समाधान है, और ना ही मिलता है कोई हल ऐसे में ऐ ख़ुदा, कुछ देर ही सही दे-दे, सुकून के दो पल क्या भविष्य है क्या वर्तमान है, क्या लेकर आएगा जाने ये कल ऐसे में ऐ नींद, कुछ देर ही सही दे-दे, सुकून के दो पल क्या जीत है क्या हार है, कौन करता है ये कपट और छल ऐसे में ऐ दिल, कुछ देर ही सही दे-दे सुकून के दो पल 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को प्रतियोगिता:-65 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।