कभी बारिश सा बरसना भीग जाऊँगा, कभी आग सी जलना जल जाऊँगा। कभी फूल सा मेंहेकना इत्र बन जाऊँगा, कभी धुप सी खिलना छाव बन जाऊँगा। कभी रात सी बनना जुगनू बन जाऊँगा, कभी शाम सी ढलना सूरज बन जाऊँगा। कभी चाँद सी दिखना दाग बन जाऊँगा, कभी चिड़ियो सा चहकना आवाज बन जाऊँगा। कभी लहरो सी उठना समंदर बन जाऊँगा, कभी तूफ़ान सा चलना हवा बन जाऊँगा। कभी मिट्टी सी महकना जमी बन जाऊँगा, कभी फसल सी उगना मौसम बन जाऊँगा। कभी आँसुओ सा बरसना आँख बन जाऊँगा, कभी दिल सा धड़कना सांस बन जाऊँगा। कभी धुन सी बजना सितार बन जाऊँगा, कभी गीत कोई गुनगुनाना ग़ज़ल बन जाऊँगा। कभी गीत कोई लिखना तो शब्द बन जाऊँगा, कभी होना तू इश्क़ में फ़ना तो तेरा कफ़न बन जाऊँगा। भूषण जाधव। #VoW #love #rain #mausam #nojotopoems #poems #song #geet #shayari #couple #lover