एक कवि से मैंने कहा- ''तुम्हारी मौत से पहले हम तुम्हारे शब्दों का मूल्य नहीं जान पाएंगे।'' उसने कहा- ''ठीक कहते हो। रहस्यों से परदा मौत ही उठा पाती है। और अगर वास्तव में तुम मेरे बारे में जानना चाहते हो तो सुनो, जितना बोल चुकी हूं उससे ज्यादा कविता मेरे हृदय में है और जितना लिख चुकी हूं उससे ज्यादा मेरे खयालों में है।'' ©Anjali **शायरी में अपने बातों को कह देना **