देखा तो तेरे हुस्न को खुदा पर एतबार आया। ये हुस्न मिला है दिल बहलाने के लिए। मोहब्बत जगी दिल में मेरे दिल को करार आया देख तुझे। मोहब्बत कर ली अपना दिल दुखाने के लिए। दुनिया चाहे कुछ भी कहे तुमने कहा था इंतजार करना। खुले आम मोहब्बत का इज़हार करना है। छुपा के रखना है प्यार इकरार जरूरी है क्या। ये मेरे दिल का करार है आज मेरी मोहब्बत का इज़हार है।। ♥️ Challenge-652 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।