धरा आकाश का न मिल पाना, उनके प्रेम को कम नहीं करता, बल्कि खोने का डर बनाए रखता है, अधिकार खोने का भय रहता है, तो आकाश उतना ही रक्षात्मक हो जाता है, दिन में सूर्य रश्मि या फिर बादल की घटाओं का दुशाला ओढ़ा देना, रात में तारों की चादर से ढक देना, हमेशा दूर हो कर भी पास होने का एहसास प्रेम में ज़रा भी विलक्षण नहीं लगता। सच में कितना विचित्र है ये प्रेम, हमेशा अलग होकर भी एक होने की अभिलाषा में हुआ प्रेम। #प्रेम #विचित्र #दुशाला #विलक्षण #रक्षात्मक #धरा_आकाश #yqhindi #bestyqhindiquotes