पेशे नजर है एक नयी गजल तोबात है ™जब साथ हरेक दोस्त छोड. कर के कहे अलविदा, तब दुश्मनों को अपना वनाएं तो बात है... जो बात कोई जिंदगी में सोच ना सके, उसे बात को जो कर के दिखायें तो बात है..