कभी कभी शून्य हो, जाना भी अच्छा होता है, वातावरण में क्या हो रहा हे, उसे भूल अंतर्मन में जाना अच्छा होता है । कभी कभी आलोचनाओं और , प्रशंसाओं से दूर होना अच्छा होता है , आस पास के वातावरण से, उदासीन होना अच्छा होता है । कभी कभी सबसे रूठकर , स्वयं को मनाना अच्छा होता है , कभी कभी दूसरों को जानने से अच्छा, स्वयं को पहचानना होता है । ©purvarth #शून्य की खोज