Nojoto: Largest Storytelling Platform

बांध लो मुझे अपनी ओढनी के छोर से । बनके साया तेरे

बांध लो मुझे अपनी ओढनी के छोर से ।
बनके साया तेरे साथ रहूंगा ।।
धुप लगेगी अगर तेरे बदन को ,
बन छाव मै तुझे देता रहूंगा ,,
नजर पड़ेगी जमाने की तेरे हुस्न पर ।
बन चिलमन उनकी आँखो से तुझे ओझल करता रहुंगा ,

बारिस का मौसम हो या कडाके की ठंड ,
बनके साया तेरे बदन से लिपटा रहूंगा ,,
अगर मै बहकू हवा के झोको मे ,
तेरे सीने से लगा लहराता रहूंगा ,,

अभी और सुनो ->  

कभी दूर मत करना अपनी उंगलियों के फेरो से ,
तेरे हाथो को चूम मै गुस्ताखी बार बार करूंगा ,,
फिर एक हस्ती मे मुलाक़ात हो तुमसे ,
उसी ओढ़नी की छाव मे सुबह से शाम करूंगा ,,
अगर इजाजत मिल जाये मुझे तेरी जिंदगी मे आने की ,
बन सुहाग का अंचल तेरे सर पर सजा रहूंगा ,,,,,

Capt. Kundan Dubey

©SMA voice group
  #ChaltiHawaa #Aanchal  jameel Khan Amit Pandey Senty Amarjit Kamaal Husain Ajain_words

#ChaltiHawaa #Aanchal jameel Khan Amit Pandey Senty Amarjit @Kamaal Husain @Ajain_words #कविता

27 Views