सुबह की पहली किरण से पहले उसकी काल आ जाया करती थी आज ये वक्त को क्या हो गया ये घड़ी बहु बड़ी माध्यम मध्यम चल रही है क्या सच मे मेरा वक्त खराब हो गया, ,"" (shauray) फौजी दिल की baaten