*ज़िन्दगी कैसी हो* ज़िन्दगी में महक हो वफ़ाओं की और महोब्बत का रंग हो न आरजू पे कोई कैद हो न हौसलों पर कोई जंग हो कामयाबी की राहों में ऊर्जा का समावेश हो नए नए परिधानों से बलित ख़ुशियों से मुलाक़ात हो इस जहां में वफ़ाएं का शहर हो जहाँ गिरे बूंदे अपने पन की वह शहर आप का हो #जिंदगी_बदल_रही_है #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़महाप्रतियोगिता