मेरी सराफत पे जमाना धोका खा गया| वह था कोई और मेरे संघ जो बहन बन कर छा गया|| Meri Sarafat Pe Jamana Dhoka Kha Gya Wo Tha Koi Or Mere Sang Jo Bahan Ban Kr Cha Gya 😉😉😉😎😎😎 Adnan Rabbani's Shayari • मेरी सराफत पे जमाना धोका खा गया| वह था कोई और मेरे संघ जो बहन बन कर छा गया|| #love #mohammadadnanrabbani