तेरा दर्द मुझ से और सहा नहीं जाता लौट के आजा तेरे बिन रहा नहीं जाता सब है मेरे पास फिर भी दिल उदास है मुझ से अब खुल कर हसा नहीं जाता वो लम्हे जो बिताए थे कभी तेरे साथ जुदाई का एक पल भी काटा नही जाता मासूम था वो चेहरा किसी फ़रिश्ते जैसा इन आंखो से वो चेहरा भुलाया नहीं जाता तेरे साथ जो हसीन खुआब देखे थे मैंने किसी और से दिल लगाया नही जाता अपने दिल के हालात कैसे बतायें तुम्हें तेरे बिन फिरोज से अब जिया नही जाता ©® फिरोज खान अल्फ़ाज़ नागपुर प्रोपर औरंगाबाद बिहार स0स0-9231/2017 तेरा दर्द मुझ से और सहा नहीं जाता लौट के आजा तेरे बिन रहा नहीं जाता सब है मेरे पास फिर भी दिल उदास है मुझ से अब खुल कर हसा नहीं जाता वो लम्हे जो बिताए थे कभी तेरे साथ जुदाई का एक पल भी काटा नही जाता