निशिदिन में वंदन करू देवी नव दुर्गा माँ का। कृपा तेरी बनी रहे माँ, सदा ऊँचा रहे पताका।। नौ दिन सब पूजन करे माँ के नौ अवतारों का। बेसब्री से करते इन्तजार नवरात्रि की बहारो का।। #शैलपुत्री है माँ दुर्गा का पहला पावन रूप। सारे दुःखों को हरकर बदल दे जीवन का स्वरूप।। माँ दुर्गा का दूसरा रूप कहते जिन्हें #ब्रह्मचारिणी। माँ हम सब की अनन्त काल तक भव सागर से तारिणी।। #चन्द्रघण्टा है माँ दुर्गा का तीसरा अवतार। मुसीबतों से बचाकर करदे सबका बेड़ा पार।। #कूष्मांडा है माँ दुर्गा की चौथी प्रतिछाया। सदैव जो पुजा करे बदल दे उसकी दिन,दशा और काया।। पांचवा रूप है माँ दुर्गा का नाम है जिनका #स्कंदमाता। झोली भर कर देती है माँ जो कोई शरण मे जाता ।। माँ दुर्गा का छठा रूप कहते जिन्हें #कात्यायनी। माँ सृष्टि की पालनकर्ता और है जगत की जननी।। #कालरात्रि है माँ दुर्गा का सातवा दर्पण। माँ दुर्गा के चरणों मे तन,मन,धन सब अर्पण।। माँ दुर्गा का आठवां अवतार है #महागौरी। जो माँ की भक्ति करे दुआ नही जाती उसकी कोई कोरी।। माँ दुर्गा का नौंवा रूप नाम है जिनका #सिद्धिदात्री। दुःख हरणी माँ दुर्गा इस सृष्टि की है धात्री।। निशिदिन में वंदन करू देवी नव दुर्गा माँ का। कृपा तेरी बनी रहे माँ, सदा ऊँचा रहे पताका।।