आगे बढ़ते रहो.... वो कहते हैं और कहते रहेंगे, तुम सुनकर भी बस मुस्कुराते रहो, गुण और दोष पर परखेंगे, तुम अपना कर्म बस करते रहो l खुशियों की सौगात नहीं, ग़म उपहार में देते रहेंगे, तुम बस सहर्ष स्वीकार करो, हाँ, मुश्किल है इस राह पर चलना, पर फिर भी निरंतर आगे बढ़ो l निराशाओं से घिरे हो तुम, आशा का दीप जलाते चलो, न है कोई आसरा फिर भी, सम्पूर्ण ब्रह्मांड को अपना कहो l कुछ हंसेंगे तुम पर, कुछ मुर्ख समझेंगे, धीरज धर बस सुनते रहो, रोकर व्यर्थ, न समय गंवाकर, बस अपना कर्म करते रहो l पथरीले राह भी सुमन से लगेंगे, रख उम्मीद आगे बढ़ते रहो, भीड़ में भी अपनी एक पहचान होगी, अंधेरे से लड़कर उजाले की ओर बढ़ो l ©Dr SONI Priya dubey Swati Tyagi #Butterfly