"धरा का नया सृजन हुआ" मानव हुआ कुंठित- कुंठित , धरा का नया सृजन हुआ , चमक उठा हिमालय, दसों दिशाओं में रवि सा तेज हुआ देख यह अद्भुत दृश्य मन बोहत हर्षित हुआ, मानव हुआ कुंठित- कुंठित धरा का नया सृजन हुआ | जीव जंतु कर रहे हैं अट्टाहास ,विचरण अब हर और हुआ, पवन हुई सुगंधित मानो देह में नव प्राण संचार हुआ, मानव हुआ कुंठित- कुंठित धरा का नया सृजन हुआ | सरिता सरोवर भी पुनः नव निर्मित हुए, जलधाराओं ने नवीन गीत गाए , पंछियों ने भी उसी स्वर से सुर मिलाए मानव हुआ कुंठित- कुंठित धरा का नया सृजन हुआ | ये कालचक्र अत्यंत बलवान , यह पल में कोमल पल में कठोर, न कर निष्ठुरता से मानव प्राकृति का दोहन ,मानव हुआ कुंठित- कुंठित धरा का नया सृजन हुआ | ..... सिरमौरी एस आर शर्मा ©Sirmouri SR Sharma #StarsthroughTree #Ka #Hindi