कितनी किश्तों में भरोसा लोगे ,कितने ज़ख्म हमेशा दोगे । बँटकर भी जब अलग थलग हो , अब क्या जान कलेजा लोगे ।। इतनी ज़िल्लत में भी लड़ते हो ,ग़ुरबत में ही गुज़ारा करते हो। तुमसे प्यार बहुत है रहबर,क्या पूरा देश अकेला लोगे ।। **********दर्शनप्रशान्त #peace hindu muslim unity