मेरे सपनो की दुनियां न जाने कहां दीवारों के पीछे छुप गई, बीती रात की कुछ सुनहरी यादें जहन में मेरे शरबत की तरह घुल गई, हुआ सवेरा दिल में मेरे जब सुबह की खिड़की खुल गई..... सुबह की खिड़की खुल गई, रात की कालिमा धुल गई... #mereshabdonkajahan #nikhil_kaushik #कालिमा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi