वो जो अपनी कामयाबी की दलीलें हांकते ना थकता था वो मेरे लिए क्या सवाल लाया, मैं सोच के बैठी थी कि पूछेगा मुझसे मेरे सपनों , आकांक्षाओं के बारे में, और वो मगरूर बस मुझसे हमारी जात पूछ पाया। #ego#equalityislost