कही न कही बेटे की परवरिश में भी कमी रह जाती है जब लोगों द्वारा बहु बेटी की गलतियां अपशब्दों में व्यक्त की जाती है परवरिश तो लड़का लड़की दोनों की ही एक घर में होती है लड़की की कमी के लिए तो माँ बाप की और लड़कों के लिए किसकी गलती मानी जाती है बेटे की गलती पर बहु गलत बोल दे तो बहु में संस्कार की कमी बताई जाती है बेटे में हो अवगुण तो बताओ गलती किसकी मानी जाती है परवरिश बेटे की भी उतनी ही जरुरी है जितनी बेटी की मानी जाती है शादी के साथ एक और जिंदगी जुड़ती है बेटे के साथ तब लोगों को बहु में कमी नजर आती है अपने बेटे की परवरिश में क्यों कमी नजर नहीं आती है टूटते है घर तो हमेशा बहु गलत बताई जाती है कही न कही तो बेटे की परवरिश में भी कमी रह जाती है। #shridada #परवरिश_का_फर्क_है #sakshiraghav #life #bhedbhav