हम शरीर को छू सकते है । मगर प्यार को सिर्फ महसूस किया जाता है। प्यार वफा है प्यार खुदा है । प्यार ही बन्दगी है प्यार त्याग है । प्यार महकता गुलाब है प्यार इस जहां की सबसे खूबसूरत चीज है। प्यार मे पाना ही सब कुछ नही है । प्यार का नाम ही कुर्बानी है । प्यार नशा है प्यार ही मोहब्बत है । प्यार है तो हम है प्यार की कोई हद नही है । प्यार इंतजार है । प्यार के आगे खुदा भी नतमस्तक है ।। ©Narendr Kumar acharya narendra kumar acharya #alone