जबसे हमें इश्क़ हुआ तुमसे खोए खोए से रहने लगे कब से इश्क़ की इबादत करते हैं तुमसे मरते हैं हम सिर्फ़ तुम पर कसम से आज़ इज़हार अपनी मोहब्बत का तुमसे करना चाहते तेरे मोहब्बत की बारिश में आज तेरे संग भीगना चाहते मदमस्त अदाओं पर फ़िदा हम तेरे लबों को चूमना चाहते आज़ तेरे इश्क़ में रूह से रूह तक डूबना चाहते ♥️ Challenge-953 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।