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अपनी दौलत, इज्जत, शौहरत, मैं सब कुछ लुटाकर आया हू

अपनी दौलत, इज्जत, शौहरत, 
मैं सब कुछ लुटाकर आया हूँ,
उसकी आँखों पर पड़े हुए थे जो पर्दे,
वो पर्दे हटाकर आया हूँ,
माना आज कुछ भी नहीं है मेरे पास, तो क्या हुआ,
 अहंकार से उठी हुई थी जो उसकी गर्दन,
वो गर्दन झुकाकर आया हूँ,
मैं अपना सब कुछ लुटाकर आया हूँ।

©Mr. Kumar
  मैं अपना सब कुछ लुटाकर आया हूँ।
manojkumar4099

Vishesh

Silver Star
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मैं अपना सब कुछ लुटाकर आया हूँ। #Shayari

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