तस्वीरों के आईने में तस्वीरों के आईने में, खुद को बदलते देख रही हूँ, संग के साथ उम्र को ढलते देख रही हूँ, अपनों का प्यार और दोस्तों की मोहब्बत, कभी नई कहानियां कभी नये सपनों को, सजते देख रही हूँ, देख रही हूँ कैसे पलों को कैद कर, तस्वीरों के आईने में आज़ादी का, जश्न मना रही हूँ मैं, कुछ खास नहीं यारों इसमें, खुद की परछाई ढूंढ़ रही हूँ मैं। #तस्वीरोंकेआईनेमें #yqdidi #hindipoetry #खुबसूरत #ज़िन्दगी_के_पन्ने #yqbaba