कल था, आज हूँ और कल भी रहूँगा, मैं "एहसाह" हूँ तुझ में ही ज़िंदा रहूँगा, कर ले लाख कोशिशें तू मिटाने की मुझे, मैं "ईश्क़" हूँ तेरी रूह में ही ज़िंदा रहूँगा, बना ले हज़ार-बहाने जुठलाने के मुझें, मैं "सच" सा तेरे हर जूठ में जिंदा रहूँगा, कर ले कोशिशें नाक़ाम रोकने की मुझें, मैं "इत्र" सा तेरी साँसों में महकता रहूँगा, गर भुलना हैं इजाज़त है भूलने की तुम्हें, मैं "याद" हूँ दिल की धड़कन ज़िंदा रहूँगा, — Kumar✍️ ©Kumar #मैं_औऱ_ईश्क़ #नोजोतहिन्दी #नोजोटो_शायरी आशुतोष यादव indira