दिल की पुकार कुछ अच्छी तकदीर लगती है हमे , कुछ गंदे खुआब लगते है हमे| कुछ ज़िंदगी तबाह हो जाती है , कुछ आशिक बदनाम हो जाते है | कुछ आँसू छिप जाते है , कुछ दर्द निकल जाती है | किसी को मंज़िल मिल जाती है , किसी को ज़नत मिल जाती है | सायद हमे ही कुछ कमी होगी , सायद हमे ही कुछ नमी होगी| जो नेक बाटे भी बेकार हो जाती है , जो समय भी अपना मुँह मोर लेती है | ...कवी सोनू दिल की पुकार