White मैं अब जिंदा नहीं हूं तेरे लिए अंजान हूं मुसाफिर कोई गुजरता एक लम्हा एक वक्त हूं मैं तेरे लिए मुझे याद कर न ज़ायर कर तू जिंदगी अपनी बिखरते आईने के कांच सा हूं तेरे लिए मैं अब जिंदा नहीं हूं मै तेरे लिए अंजान हूं मुसाफिर कोई अश्क जिसके बहते रहे किसी को याद कर बहते आंसुओं का नहीं रहा मोल अब तेरे लिए मैं अब जिंदा नहीं हूं तेरे लिए अंजान हूं मुसाफिर कोई गुजरता एक लम्हा एक वक्त हूं तेरे लिए ©sushil #Sad_Status @ Suman Devi @ KK क्षत्राणी