आजादी को पाने की खातिर, जाने कितनों ने जान गँवाई है। जान को दाँव पर लगाकर खेली होली, तब आजादी पाई है। हँसते-हँसते दिया बलिदान वीरों ने, अपना सब कुछ गँवाया है। देशभक्ति के जज्बे की लौ जलाकर, तिरंगे का मान बचाया है। बहाया है अपना लहू तब,देश का नाम दुनियाँ में रोशन किया है। देश के जवानों ने जान की बाजी पर खेलकर, तिरंगा लहराया है। भूलकर सारे भेदभाव को सर्व धर्म के लोगों ने साथ निभाया है। सर कफन बाँध सरहद की हिफाजत में चैन-ओ-सुकून गँवाया है। खो गए गुमनामी के अँधेरों में फिर भी ना हौसलों को डिगाया है। बसंती चोले में रँगने की खातिर अपना देश पर सर्वस्व लुटाया है। #collabzone #yqcollabzone #czरस #czवीर_रस