दिल के सोए अरमान जगे, कुबूल हुई हमारी दुआ मिले तुम हमें यकायक, तुमसे हमें इश्क़ हुआ तुम चाहे दूर हो हमसे, फ़िर भी तुम्हे महसूस करते हैं हम तुम्हे चाहते हैं हम बेशुमार, साए में तुम्हारे महफ़ूज़ हैं हम हमें इश्क़ हुआ जबसे, ज़िंदगी हमारी हो गई रंगीन खुश रहते हैं हम सदा, नहीं रहते हम ग़मगीन बस इक गुज़ारिश है तुमसे, रहना तुम हमेशा हमारे साथ नहीं रह पाएँगे हम तुम बिन, थामे रहना तुम हमारा हाथ ♥️ Challenge-953 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।