क्यों रुका है तू इस डगर पे । क्यों थका,हारा है ।। चल समय के साथ साथ वक्त को भी तेरी तलाश है ।। उलझन है यह दुनियां सारी इस दुनियां को त्याग दो ।। चलकर साथ समय के उस काल को भी बता दो ।। ©writer_Suraj Pandit #samay us kal bhi bata do zindagi sad shayari attitude shayari motivational shayari shayari attitude Entrance examination Irfan Saeed