सब बढिया है अपने दुख दर्द छुपाने का बस बचा एक दरिया है जब कोई पूछे कैसे हो तो हम कह देते सब बढिया है! चहरे पर मुस्कान लिए वाणी मै रहते रस घोले ! स्वप्न सरीखा यह जीवन सरक रहा हौले हौले! अश्रु किसे हम दिखलाये किससे हम मन की बात कहै! बेहतर लगती पीङा अपनी भीतर अपने चुपचाप सहै! कुछ पीङा सुन मुस्कायेगे, कुछ नमक छिङक कर जायेगे ! कुछ पाप पुण्य का लगा गणित पापो का फल बतायेंगे किसकी जिव्हा पकङेगे किस किस के होठ सिलायेगे ऐसा बोला तो क्यो बोला किस किस से लड़ने जायेगे! चुपचाप सुनेंगे ताने को दिल भी एक अपना दरिया है! फिर पूछेगा कोई हाल तो हम कह देगे सब बढिया है! सब बढिया है! Manchita Shakya (Milly)😶 K V Dalwadi