सबने प्यार शब्द को बाँधा नित परिभाषा दे डाली वो अनन्त तक शून्य रहा जो उसको भाषा दे डाली व्योम कहाँ बँधता जीवन में जितना प्रेम बाँध लेता है प्रेम समझ उतना आता है जितना हृदय साध लेता है नेह ज्ञान की सीमा से भी अंतर्मन को छू जाता है वही प्रेम नित शब्द-शब्द में बिन भाषा सब कह पाता है। #मृदुल #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqhindi #kumarmridul