ll झूठ एक प्यारा सच ll प्रकाश जब छोटा था तो बहुत नटखट शरारती और जिद्दी था।उसकी माँ उसे हव्वा बाबा का खौफ दिखाकर उसकी शरारतों पर अंकुश लगाती थी।आज वह एक बच्चे का पिता है और उसका बच्चा उसी की तरह नटखट,चंचल,जिद्दी और शरारती है।अब वह मजबूरन हव्वाबाबा के झूठ को सच बनाकर अपने बेटे को रोज डराता है कि अगर वह Bad boy वाले काम करेगा तो उसे हव्वाबाबा पकड़ कर ले जायेगा।हाँ वही हव्वाबाबा जो प्रकाश के बचपन में सफेद बाल व दाढ़ी वाला,एक आँख वाला,बुड्डा, हुआ करता था।वो आज भी उसी कद काठी व उम्र का है।प्रकाश जानता है कि हव्वाबाबा कोई नहीं फिर भी बाप की परंपरागत को कायम रखने के लिए एक झूठे हव्वाबाबा की आवश्यकता अनिवार्य है। तो सदियों से हर घर में हव्वाबाबा अपना खौफ दिखा रहे हैं। पारुल शर्मा लघु कथा ll झूठ एक प्यारा सच ll प्रकाश जब छोटा था तो बहुत नटखट शरारती और जिद्दी था।उसकी माँ उसे हव्वा बाबा का खौफ दिखाकर उसकी शरारतों पर अंकुश लगाती थी।आज वह एक बच्चे का पिता है और उसका बच्चा उसी की तरह नटखट,चंचल,जिद्दी और शरारती है।अब वह मजबूरन हव्वाबाबा के झूठ को सच बनाकर अपने बेटे को रोज डराता है कि अगर वह Bad boy वाले काम करेगा तो उसे हव्वाबाबा पकड़ कर ले जायेगा।हाँ वही हव्वाबाबा जो प्रकाश के बचपन में सफेद बाल व दाढ़ी वाला,एक आँख वाला,बुड्डा, हुआ करता था।वो आज भी उसी कद काठी व उम्र का है।प्र