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हाल कुछ इस तरह है दिल का कि हम ही हम गुदगुदा रहे ह

हाल कुछ इस तरह है दिल का कि हम ही हम गुदगुदा रहे हैं।
मैं अब मैं नहीं हम हुए जा रहे हैं।
दिल्लगी कुछ इस तरह तरसा रही है कि यह बेमौसम बारिश भी हमें तड़पा रही है।
दूरी उनकी हमसे ना सही जा रही है।
जल्दी मिलते हैं बस यह दो शब्द ही हमारी जान लिए जा रहे हैं।

  - मोहित अतुल्कर #NojotoQuote Jyoti Tiwari
हाल कुछ इस तरह है दिल का कि हम ही हम गुदगुदा रहे हैं।
मैं अब मैं नहीं हम हुए जा रहे हैं।
दिल्लगी कुछ इस तरह तरसा रही है कि यह बेमौसम बारिश भी हमें तड़पा रही है।
दूरी उनकी हमसे ना सही जा रही है।
जल्दी मिलते हैं बस यह दो शब्द ही हमारी जान लिए जा रहे हैं।

  - मोहित अतुल्कर #NojotoQuote Jyoti Tiwari