शायद आजकल जरूरी हो गया है दोस्त यार रिश्तेदार को देख कर New year की hype मे vibe करना... लेकिन हमने तो कभी जरूरतों को छोड़ कर किसी चीज को जरूरी समझा ही नही। क्या बड़े बड़े clubs मे जाकर महंगी महंगी drinks पी कर हवाबाजी कर, पैसा उड़ाकर New year मनाना जरूरी है? मै ये सब नही करूंगा तो क्या मै सबसे अलग हो जाऊंगा ? तो हा! क्यो नही, अलग ही सही! अपनों के साथ बैठ कर मन की बाते करना भी तो नया साल है जिगरी दोस्तों के साथ टपरी पर कुल्हड़ वाली चाय पीना भी तो नया साल है अपने सबसे प्यारे इंसान को प्यार जताना भी तो नया साल है ओर कुछ पुरानी यादो को भूल कर आगे बढ़ जाना भी तो नया साल है तो बनते है ना अलग क्यो दुनिया की दौड़ के पीछे भागे कुछ अपने दिल का करते है इस नए साल पर कुछ अलग करते है।।। 😊 ©mr.vivek #CrescentMoon #newyearpoetry#ajkuchlikhahai