कैसे तरासूं में बजूद घर कि चार दिवारी मे कर दिया है मुझको कैद घर कि चार दिवारी मे बाहर नही में सेफ (सुरक्षित ) चाहे..मर जाउं चार दिवारी मे @त्रिष्टुप चंसौलिया(शायर अकेला) @ @ @ @ #nojoto #nojotohindi #poetry #safe