उड़ता था दिल मेरा स्वछंद गगन में, तूने प्यार के कफ़स में था कैद कर लिया, चाहने लगा था दिल तुझे बेइंतेहा, तेरी चाहत में था हमने खुद को डुबो लिया। मांँगते रहते थे हम खुदा से हर पल, तेरे प्यार और तेरी ही सलामती की दुआएँ, तेरी चाहत पर ऐ मेरे सनम! हमारे दिल ने था, आंँख मूंँदकर एतबार कर लिया। आबाद रहता था ये मेरा दिल कभी, तेरे प्यार के हसीन और रंगीन अफसानों से, दिल आबाद कहांँ रह गया अब, तूने बेवफाई की सौगात देकर वीरान कर दिया। अगर सामने से बता देते खता मेरी तो तुमसे कभी भी कोई गिला शिकवा ना करते, तूने बेवजह रूसवा करके मेरा दिल तोड़ कर मुझे बीच रहा है में तन्हा छोड़ दिया। Sublime Inscriptions brings you Weekly challenge 🖤 WCSI008 🖤 #SI_दिल_आबाद_कहाँ [Is my heart affluent] Collab open for all. सहभागिता सबके लिए खुली है। Maintain aesthetics. शब्दों की मर्यादा का ध्यान अवश्य रखें ।