अंदर बहुत उथल-पुथल होती है| न जाने किस-किस प्रकार की लहरें उमड़ती रहती हैं| डर है तुम्हें खोने का, पर वास्तव में तो शायद तुम्हें पाया ही नहीं| तुमसे प्यार का इज़हार तो जुबां पर आया ही नहीं| फिर भी अपना मानती हूंँ, दुनिया को भी यही बताना जानती हूंँ| तुमको कब कह पाऊंगी? शायद लिखकर ही जताऊँगी| लिखकर बड़ा सुकून सा आता है, जूठ ही सही अपने अरमानों को पाकर दिल झूम सा जाता है| #crushlove #thoughtsofyou #yqbaba #yqdidi #yqhindi #yq