ये महामारी का सितम सालो साल याद रहेगा हुक्मरानों सिर्फ बातों से ही तुम्हे जीतना था शायद तुम जीत गए पर मेरी नज़र में हमेशा के लिए गिर गए हो सब याद रखेंगे जब देश संकट में था तुम न थे साथ तुम जश्न में डूबे थे सब याद रखेंगे नहीं भूलेंगे कभी जब देश संकट में था तुम्हें रैलियां ज्यादा जरूरी लगी तुम्हे हर काम जरूरी लगा चिताए जलती हुई नजर नहीं आयी लोगो को आवाज़ नहीं सुनाई दी किस तरह दर बदर यूँ भटकते रहे लोग लोग अपने को खोते रहे तुम जश्न में डूबे रहे सब याद रखेंगे जब देश संकट में था तुम न थे साथ ©Nitish Patel #हमारे नकारा सरकार