किस्मत में जो मिला उसे सहर्ष स्वीकार करना चाहिए। क्योंकि जो हमनें डिपॉजिट किया था। उसी का ब्याज हमें मिल रहा है। अगर अच्छे कर्म खाते में जमा किए हैं। तो उसका ब्याज के तौर पर खुशियां सुख समृद्धि मिलती है। और जानें अनजाने में बुरे कर्म किए हैं। तो उसका प्रभाव भीं पड़ेगा। पर हम स्वीकार नहीं कर पाते हैं। पर जो मिला है। उसे भोगना पड़ेगा। भागे तो भीं कितना भागेंगे। तो इससे अच्छा है दो दो हाथ कर ले। कोई कहता है। गरीब हैं कोई कहता अमीर है। पर जो वक्त पड़ने पर किसी प्यासे को पानी पिला सके भूखे को खाना #Motivational#agni#मोटीवेशन#krshnabhakt