सुंदरता पे तेरी हर कोई मरता है तु लुट जाएगी ईन वासनांधो से ऐसा जमीर मेरा कहता है । हम भी कहां शरीफ है अपनी औकाद से नही कोई करीब है । बस खाते है पिते है मछली पकडने के जाल पुराने हो चुके है । कोई गम नही कोई खुशी नही तु किसी और कि हुई मेरा दिल तो सबसे प्यार करता है । ©Kumud Kadam #brokenheart andeep Author Dhanjeet Pravind DHURVE sachin ryt here Aashish Yadav