आधे- अधुरे सपनों को भूलाते हैं । चलो एक नयी उम्मीद जगाते हैं। कुछ अधमरे रिश्तों को दफनाते हैं। कुछ नये रिश्तों को अपनाते हैं। चलो नव वर्ष पर नयी शुरुवात करते हैं। अपने मन का अन्धकार भगाते हैं, दिल में अपने एक अलाव जलाते हैं। जिन्दगी का कोई भरोसा नही कब ठहर जाये, चलो ठहरी हुयी जिन्दगी को नया रास्ता दिखाते हैं। पता नही कब कौन उतार दे चेहरे का रँग, चलो बेरंग सी जिन्दगी में चार चान्द लगाते हैं। बेहिसाब अरमानोँ का हिसाब लगाते हैं। चलो नव वर्ष पर नयी शुरुवात करते हैं। ©Ashish Gupta #New #nozotohindi #share #in #follow #Hindi #Love #Sea