तू अपना काम करता चल, नहीं समझते लोग तुझे, पर मैं समझता हूँ देते हैं ताने लोग तुझे, पर मैं उन लोगो पर हँसता हूँ अच्छाई पे पर्दा डाल, बुराई पे मशाल जलाते हैं उपर जाने पे तेरे जलते हैं, गिरने पे हँसते हैं लोग तेरे मत सुन, मत देख उनको, तू अपना काम करता चल, तू होगा सबसे उपर एक दिन मैं ये बात समझता हूँ...