White राधा मीरा मीरा राधा दोनो एक ही हो गई प्रीत में, दोनो ही हार गई अपनी ही जीत में। कैसा ये प्रेम का रंग है संवारे सब कुछ भूल जाते हैं हम एक ही मीत में, होश कुछ रहता नही जाने क्यों इस रीत में। सुबह शाम सब गुजर जाते है बस एक ही गीत में, और कुछ सूझता भी तो नहीं जाने क्यू इस प्रीत में। ©Lovely Love #prem #jivan