आज फ़िर से वो मुझे सता रही हैं वो उल्फ़त-ए-बगावत का जाम पीला रही हैं दिल को बैचेन कर, आँखों को नम कर आज वो नया रिश्ता जोड़ने जा रही हैं वादा किया था उससे साथ फ़ेरे तो नहीं लेकिन मँड़प में साथ ले जाऊँगा उसके लिए आज मैं खुशी का मुखौटा औढ़ जाऊँगा नमस्कार लेखकों। हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें। #rz_दिल_के_कोने_में #yqrestzone #yqdidi #collabwithrestzone #rzcinemagraph #cinemagraph #YourQuoteAndMine Collaborating with Rest Zone