मुझे तेरी जरुरत है अब यह नही कहता मैं जिस पेड़ पे सब पंछी थे आवारा उस डाल पर अब नहीं रहता मैं अब चलता हूँ अंधरे में भी आँखे बंद कर क्योंकि यकीन के लायक किसी को अब नही कहता मैं ©Gurpreet Singh Kangarh #wordporn #hindi #hindpoetry #love #poet #WalkingInWoods